आपने भी कभी तो जीवन में बनाये होंगे नियम ? OSHO
एक टेलर था। दर्जी था। यह बीमार पडा। करीब-करीब मरने के करीब पहुंच गया था। आखिरी घड़िया गिनता था। अब मर की तब मरा। रात उसने एक सपना देखा कि वह मर गया। और कब्र में दफनाया जा रहा है। बड़ा हैरान हुआ, क्रब में…
संभोग : परमात्मा की सृजन-ऊर्जा—(भाग–1) प्रेम क्या है? Osho
मेरे प्रिय आत्मन, प्रेम क्या है? जीना और जानना तो आसान है, लेकिन कहना बहुत कठिन है। जैसे कोई मछली से पूछे कि सागर क्या है? तो मछली कह सकती है, यह है सागर, यह रहा चारों और , वही है। लेकिन कोई पूछे कि…
सभी प्रेम चाहते हैँ फिर भी प्रेम का अकाल क्योँ है? OSHO Times | Emotional Ecology
मैं आपको एक सूत्र की बात कहूं: जिस मनुष्य के पास प्रेम है उसकी प्रेम की मांग मिट जाती है। और यह भी मैं आपको कहूं: जिसकी प्रेम की मांग मिट जाती है वही केवल प्रेम को दे सकता है। जो खुद मांग रहा है…
बाशो स्पा BASHO SPA – OSHO RESORT
एक आध्यात्मिक विश्राम-गृह, बीस्तरो (लघु क्लब सुविधा), टैनिस कोर्ट और तैरने के लिये ताल – क्यों नहीं! ओशो की दृष्टि में एक पूर्ण मानव वह है जो भौतिक और आध्यात्मिक, दोनों ही जगत में मज़े से है। इस बात का सबसे क्रन्तिकारी पहलु है “ज़ोरबा…
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