ओशो के जीवन बदल देने वाले विचार ! – Osho ke vichar hindi

‘ओशो रजनीश’ जो लोग ओशो रजनीश के जीवन के बारे में कुछ खास नहीं जानते उनके लिए ओशो का नाम दुनियाभर के प्रसिद्ध बाबाओं और गुरुओं में से एक ही है। इससे ज्यादा की बात करें तो उनके लिए ओशो की पहचान एक ऐसी विवादित शख्सियत की है, जिन्होंने हमेशा स्वच्छंद जीवन और फ्री सेक्स जैसी बातों का समर्थन किया। इसके अलावा हम ओशो के बारे में यह भी कहते सुनते हैं कि वे धर्म, राष्ट्रवाद, परिवार, विवाह आदि के सख्त विरोधी थे।

ओशो की आलोचना विभिन्न प्रकार से की जाती है, उन पर कई आरोप भी लगे। कहा जाता है कि ओशो फ्री सेक्स का समर्थन करते थे और उनके आश्रम में हर संन्यासी एक महीने में करीब 90 लोगों के साथ सेक्स करता था। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि ओशो ने धर्म को एक व्यापार बनाया और खुद सबसे बड़े व्यापारी बन बैठे। उन्होंने अपने जीवन में कई पुस्तकें लिखी, जिनमें से ‘संभोग से लेकर समाधि तक’ नामक पुस्तक ने उन्हें विवादों के चरम पर पहुंचाया।

Osho Hindi Quotes On Love, Happiness & Joy

“किसी से किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता नहीं है. आप स्वयं में जैसे हैं एकदम सही हैं. खुद को स्वीकारिये.”–ओशो
“There is no need of any competition with anybody. You are yourself, and as you are, you are perfectly good. Accept yourself.” – Osho


“जब मैं कहता हूँ कि आपलोग देवी-देवता हैं तो मेरा मतलब होता है कि आप में अनंत संभावनाएं है , आपकी क्षमताएं अनंत हैं.”–ओशो
“When I say that you are gods and goddesses I mean that your possibility is infinite, your potentiality is infinite.”- Osho


“आप वही बन जाते हैं जो आप अपने बारे में सोचते हैं।”–ओशो
“You become that which you think you are.” – Osho


”यीशु या बुद्ध या एक बोधिधर्म के पूरे प्रयास कुछ भी नहीं है परन्तु उसको केसे मिटा दे जो समाज ने आपके लिए किया है ” –ओशो
“The whole effort of a Jesus or a Buddha or a Bodhidharma is nothing but how to undo that which society has done to you.” –Osho


— उस रास्ते पर मत चलो जिसपर डर तुम्हे ले जाये ,
बल्कि उस रास्ते पर चलो जिसपर प्रेम ले जाये,
उस रास्ते पर चलो जिसपर ख़ुशी तुम्हे ले जाये.
—ओशो


— “Don’t move the way fear makes you move.
Move the way love makes you move.
Move the way joy makes you move.”
– Osho


“प्रसन्नता सद्भाव की छाया है; वो सद्भाव का अनुशरण करती है. प्रसन्न रहने का और कोई तरीका नहीं है.”–ओशो
“Happiness is a shadow of harmony; it follows harmony. There is no other way to be happy.” – Osho


“आप जितने लोगों को चाहें उतने लोगों से प्रेम कर सकते हैं – इसका ये मतलब नहीं है कि आप एक दिन दिवालिया हो जायेंगे, और कहेंगे,” अब मेरे पास प्रेम नहीं बचा है” . जहाँ तक प्रेम का सवाल है आप दिवालिया नहीं हो सकते.” —ओशो


“You can love as many people as you want – that does not mean one day you will go bankrupt, and you will have to declare, ‘Now I have no love.’ You cannot go bankrupt as far as love is concerned.”- Osho


“पेड़ों को देखो, पक्षियों को देखो, बादलों में देखो, सितारों को देखो … और अगर आपके पास आँखें है तो आप यह देखने में सक्षम होगे की पूरा अस्तित्व खुश है सब कुछ बस खुश है पेड़ बिना किसी कारण के खुश हैं ; वे प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बनने नहीं जा रहे हैं और वे अमीर बनने भी जा रहे हैं और ना ही कभी उनके पास बैंक बैलेंस होगा .. फूलों को देखिये ,- बिना किसी कारण के कितने खुश और अविश्वसनीय है ..”–ओशो
“Look at the trees, look at the birds, look at the clouds, look at the stars… and if you have eyes you will be able to see that the whole existence is joyful. Everything is simply happy. Trees are happy for no reason; they are not going to become prime ministers or presidents and they are not going to become rich and they will never have any bank balance. Look at the flowers – for no reason. It is simply unbelievable how happy flowers are.” –Osho


”दिल भूत और भविष्य के बारे में कुछ नहीं जानता है, यह सिर्फ वर्तमान के बारे ही जानता है. दिल के लिए समय जैसा कुछ भी नहीं है….” –ओशो
“The heart knows nothing of the past, nothing of the future; it knows only of the present. The heart has no time concept.” –Osho


केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं प्रेम कर सकते हैं. -ओशो
“Only those who are ready to become nobodies are able to love.”- Osho


“जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है.” – ओशो
“When love and hate are both absent everything becomes clear and undisguised.” – Osho


Osho Hindi Quotes About Dreams

यहाँ कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं है. हर कोई अपनी तकदीर सवारने और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा है. -ओशो
“Nobody is here to fulfill your dream. Everybody is here to fulfill his own destiny, his own reality. “- Osho


Osho Thoughts In Hindi On Truth
“अगर आप सच देखना चाहते हैं तो ना ही पक्ष में और ना ही विपक्ष में अपनी राय रखिये.” – ओशो


“If you wish to see the truth, then hold no opinion for or against.”- Osho


“कोई चुनाव मत करिए. जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वो अपनी समग्रता में है.”–ओशो
“Don’t choose. Accept life as it is in its totality.”- Osho


” जीवन ठेहराव और गति के बीच का संतुलन है.”–ओशो
Life is a balance between rest and movement.


“जीवन कोई त्रासदी नहीं है; ये एक विनोदप्रियता है. जीवित रहने का मतलब है हास्य का बोध होना.”–ओशो
“Life is not a tragedy, it is a comedy. To be alive means to have a sense of humor.”- Osho


“अधिक से अधिक भोले, कम ज्ञानी और बच्चों की तरह बनिए. जीवन को मजे के रूप में लीजिये – क्योंकि सही मायने में यही जीवन है.”–ओशो
“Become more and more innocent, less knowledgeable and more childlike. Take life as fun – because that’s precisely what it is!” – Osho


Osho Hindi Quotes About Fools

” मूर्ख दूसरों पर हँसते हैं. बुद्धिमत्ता खुद पर.”–ओशो
“Fools laugh at others. Wisdom laughs at itself.”- Osho


Osho Hindi Thoughts About Friendship

“मित्रता शुद्धतम प्रेम है. ये प्रेम का सर्वोच्च रूप है जहाँ कुछ भी नहीं माँगा जाता , कोई शर्त नहीं होती , जहां बस देने में आनंद आता है.”–ओशो
“Friendship is the purest love. It is the highest form of Love where nothing is asked for, no condition, where one simply enjoys giving.”- Osho


Osho Quotation About Meditation In Hindi

“यदि आप एक दर्पण बन सकते हैं तो आप एक ध्यानी बन सकते हैं. ध्यान दर्पण में देखने की कला है. और अब, आपके अन्दर कोई विचार नहीं चलता इसलिए कोई व्याकुलता नहीं होती.”–ओशो
“If you can become a mirror you have become a meditator. Meditation is nothing but skill in mirroring. And now, no word moves inside you so there is no distraction.”- Osho


Osho Quotes About Enlightenment In Hindi

“जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने ज्ञान पा लिया है, आपकी मृत्यु हो जाती है- क्योंकि अब कोई आश्चर्य नहीं होगा, ना कोई आनंद और ना कोई अचरज. अब आप एक मृतक का जीवन जियेंगे.”–ओशो
“The day you think you know, your death has happened – because now there will be no wonder and no joy and no surprise. Now you will live a dead life.”- Osho


“कोई प्रबुद्ध कैसे बन सकता है? बन सकता है, क्योंकि वो प्रबुद्ध होता है- उसे बस इस तथ्य को पहचानना होता है.”–ओशो
“How can one become enlightened? One can, because one is enlightened – one just has to recognize the fact.”- Osho

आत्मज्ञान एक समझ है कि यही सबकुछ है, यही बिलकुल सही है , बस यही है. आत्मज्ञान कोई उप्लाब्धि नही है, यह ये जानना है कि ना कुछ पाना है और ना कहीं जाना है.–ओशो


“Enlightenment is the understanding that this is all, that this is perfect, that this is it. Enlightenment is not an achievement, it is an understanding that there is nothing to achieve, nowhere to go.”- Osho


Osho Hindi Quotes About Zen

“जेन एकमात्र धर्म है जो एकाएक आत्मज्ञान सीखता है. इसका कहना है कि आत्मज्ञान में समय नह लगता, ये बस कुछ ही क्षणों में हो सकता है.”–ओशो
“Zen is the only religion in the world that teaches sudden enlightenment. It says that enlightenment takes no time, it can happen in a single, split second.”- Osho


“जेन लोग बुद्ध को इतना प्रेम करते हैं कि वो उनका मज़ाक भी उड़ा सकते हैं. ये अथाह प्रेम कि वजह से है; इसलिए उनमे डर नहीं है.”–ओशो
“Zen people love Buddha so tremendously that they can even play jokes upon him. It is out of great love; they are not afraid.”- Osho


Osho Quotes in Hindi About Learning

“यह बहुत सीखने का सवाल नहीं है …बल्कि यह बहुत कुछ भुला देने या फिर दिमाग से निकाल देने की बात है.” -ओशो
“It’s not a question of learning much… On the contrary. It’s a question of unlearning much.” -Osho

“अर्थ मनुष्य द्वारा बनाये गए हैं . और चूँकि आप लगातार अर्थ जानने में लगे रहते हैं , इसलिए आप अर्थहीन महसूस करने लगते हैं.”–ओशो
“Meaning is man-created. And because you constantly look for meaning, you start to feel meaninglessness.”- Osho


ध्यान सिर्फ एक वाहन है, बहिर्मुखी व्यक्ति अगर ध्यान में उतरे तो वह ब्रम्हा की यात्रा पर, कास्मिक जनी पर निकल जाएगा, जहा सारा अखण्ड जगत उसे अपना ही स्वरुप मालूम होने लगेगा. अगर अन्तर्मुखी व्यक्ति ध्यान के वाहन पर सवार हो तो अंतर यात्रा पर निकल जाएगा, शून्य में और शून्य में और महाशुन्य में जहा सब बबूले फुट कर मिट जाते है और अस्तित्व का महासागर ही शेष रह जाता है.


जब तक आदमी सृजन की कला नहीं जानता तब तक अस्तित्व का अंश नहीं बनता.


जीवन का कोई महत्त्व नही है. खुश रहो! फिर भी जीवन का कोई महत्त्व नही होंगा. नाचो, गाओ, झुमो! फिर भी जीवन का कोई महत्त्व नही होंगा. आपको विचारशील (Serious) बनने की जरुरत है. ये एक बहोत बड़ा मजाक होंगा.


आपके सारे विश्वास आपका दम घोटते चले जाते है (विकास रोकना) और सारे विश्वास आपको जिंदा भी नही रख सकते. आपका विश्वास ही आपके जीवन को मारता है.


यंहा ओशो द्वारा अपने व्याख्यानों में दिए गये कुछ प्रवचनों में से उनके कुछ विचार दिए है उम्मीद है आपके लिए उपयोगी साबित होंगे |

मनुष्य का संघर्ष किस से है ? अपने “मैं ” से | जो क्रांति करनी है वो खुद के अहंकार से करनी है | अहंकार से घिरा होना ही संसार में होना है और जो अहंकार के बाहर है वही परमात्मा में है | वस्तुत: वह ‘परमात्मा’ ही है |

‘मैं’ से भागने की कोशिश मत करना | उस से भागना हो ही नहीं सकता ,क्योंकि भागने में भी वह साथ ही है | उस से भागना नहीं है बल्कि समग्र शक्ति से उसमे प्रवेश करना है | खुद की अंहता में जो जितना गहरा होता जाता है उतना ही पाता है कि अंहता की कोई वास्तविक सत्ता है ही नहीं |

परमात्मा का प्रमाण पूछते हो ? क्या चेतना का अस्तित्व पर्याप्त प्रमाण नहीं है ? क्या जल की बूँद ही समस्त सागरों को सिद्ध नहीं कर देती है |

यह मत कहो कि मैं प्रार्थना में था क्योकि इसका मतलब आप प्रार्थना के बाहर भी होते हो | जो प्रार्थना के बाहर भी होता है वो प्रार्थना में नहीं हो सकता | प्रार्थना क्रिया नहीं है प्रार्थना तो प्रेम की परिपूर्णता है |

जीवन की खोज में आत्म तुष्टि से खतरनाक और कुछ भी नहीं | जो खुद से संतुष्ट है वो एक अर्थ में जीवित ही नहीं है और खुद से असंतुष्ट है वही सत्य की दिशा में गति करता है | स्मरण रखना कि आत्म तुष्टि से निरंतर ही विद्रोह में होना धार्मिक है |

मृत्यु से घबराकर तो तुमने कंही ईश्वर का अविष्कार नहीं कर लिया है ? भय पर आधारित ईश्वर से असत्य और कुछ भी नहीं है |

जो सदा वर्तमान में है वही सत्य है | निकटतम हो है वही अंतिम सत्य है | दूर को नहीं निकट को जानो क्योकि जो निकट को ही नहीं जानता है वो दूर को कैसे जानेगा ? और जो निकट को जन लेता है उसके लिए दूर शेष ही नहीं रह जाता है |

सबसे बड़ी मुक्ति है स्वयं को मुक्त करना क्योंकि साधारणतया हम भूले ही रहते है कि स्वयं पर हम स्वंय ही सबसे बड़ा बोझ है |
मनुष्य को मनुष्यता बनी बनाई नहीं प्राप्त होती है | उसे तो मनुष्य को स्वयं निर्मित करना होता है | यही सौभाग्य भी है और दुर्भाग्य भी | सौभाग्य क्योंकि स्वयं को सृजन की स्वतंत्रता भी है लेकिन स्वयं को निर्मित किये बिना नष्ट हो जाने की सम्भावना भी |

मनुष्य को अपना विकास करके ईश्वर नहीं होना है मेरी दृष्टि में अगर वो अपने आप को पूरी तरह उघाड़ ले (जान ले ) तो वो अभी और यंही ईश्वर है | स्वयं का सम्पूर्ण आविष्कार ही एकमात्र विकास है |

5 thoughts on “ओशो के जीवन बदल देने वाले विचार ! – Osho ke vichar hindi”

  1. जितने रहस्य्मय उतने ही सरल ओशो किसी परिचय के मोहताज़ नहीं .. एक अंधी दौड़ का हिस्सा बनने और उसके बाद थक जाने पर व्यक्ति जब सुकून ढूंढने की यात्रा प्रारम्भ करता है तो पहले या दूसरे पड़ाव पर उसकी मुलाकात किसी न किसी माध्यम से ओशो और उनकी सोच से हो ही जाती है और वहां वह पाता है की कितना कुछ बाकी है जानने के लिए …
    शुभकामनाएं ..
    धन्यवाद

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