हमें लोगों से मिलना इतना मुश्किल क्यों लगता है?
“इसे देखें – आप किसी से कैसे संबंधित हो सकते हैं? दूसरा आपकी पकड़ से बाहर रहता है। दूसरा अन्य बना रहता है, पहुंच से बाहर। आप परिधि को छू सकते हैं और दूसरा यह भी दिखावा कर सकता है कि हां, आपने रिश्ता बनाया है, लेकिन हम अकेले रहते हैं। रिश्ते सिर्फ दिखावे के लिए होते हैं। वे मदद करते हैं, वे एक तरह से मदद करते हैं। वे हमें यह महसूस करने की अनुमति देते हैं कि हम अकेले नहीं…
80 के दशक में 10 चौंकाने वाली बातें जो ओशो के कुख्यात ‘सेक्स कल्ट’ के तौर पर हो रही थीं
इसके अलग होने के 30 साल बाद, भगवान श्री रजनीश का कुख्यात ‘सेक्स पंथ’ नेटफ्लिक्स के वाइल्ड वाइल्ड कंट्री की बदौलत फिर से सुर्खियों में है।. यहां रजनीशपुरम और उसके आसपास हुई 10 कुख्यात चीजें हैं: 1. भगवान रजनीश के कथित तौर पर 90 से अधिक रोल्स रॉयस थे । विलासिता का शौक रखने वाला एक व्यक्ति, वह अपनी पसंदीदा कार में क्षेत्र के चारों ओर प्रसिद्ध रूप से ड्राइव करता था, जबकि उसके भक्त गुरु की एक झलक पाने के लिए बड़े…
दुनिया भर में राजनीति सिर्फ बचकाने लोगों को आकर्षित करती है। OSHO
राजनीतिक अंधापन आणविक युद्ध क्षितिज पर है, एड्स जैसा घातक रोग तेज गति से फैल रहा है, और वैज्ञानिक कहते हैं कि पृथ्वी अपनी धूरी को इस सदी के अंत में बदल लेगी। लेकिन पंडित, राजनेता और सरकारें इन तथ्यों के बारे में सचेत क्यों नहीं हैं? और क्यों वे जनता में जागरुकता पैदा करने में रुचि नहीं रखते? कृपया समझाएं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है जो पूछा जा सकता है, लेकिन तुम्हें…
आस-पास के लोग अभी भी पागल ही समझते हैं एक-दूसरे को। OSHO
डाइनैमिक मेडिटेशन के दूसरे चरण में रेचन करना एक पागलपन प्रतीत होता है। इस संबंध में एक ध्यानी का प्रश्न: “यदि घर पर इसे हम जारी रखेंगे, चिल्लाएं या नाचें या हंसें तो आस-पास के लोग पागल समझने लगेंगे।” आस-पास के लोग अभी भी पागल ही समझते हैं एक-दूसरे को। कहते न होंगे, यह दूसरी बात है। यह पूरी जमीन करीब-करीब मैड हाउस है, पागलखाना है। अपने को छोड़ कर बाकी सभी लोगों को लोग…
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र कौन हैं हम ? OSHO
ओशो कहते हैं कि जहां तक मनु स्मृति मे वर्णित चार वर्णों की व्यवस्था का प्रश्न है, समाज को इस प्रकार की व्यवस्था में बाँटना बड़ा ही वैज्ञानिक प्रयोग था. यदि मनुष्यों के व्यक्तित्व के प्रकार की दृष्टि से देखें, तो पूरी समष्टि में चार तरह के ही व्यक्तित्व हैं शूद्र, वैश्य, क्षत्रिय तथा ब्राह्मण. शूद्र : शुद्र उसे कह सकते हैं जो आलस्य से भरा है, जिसे कुछ भी करने की इच्छा नहीं है. भोजन मिल…
ज्योतिष के नाम पर सौ में से निन्यानबे धोखाधड़ी है। और वह जो सौवां आदमी है – OSHO
ज्योतिष के नाम पर सौ में से निन्यानबे धोखाधड़ी है। और वह जो सौवां आदमी है, निन्यानबे को छोड़ कर उसे समझना बहुत मुश्किल है। क्योंकि वह कभी इतना डागमेटिक नहीं हो सकता कि कह दे कि ऐसा होगा ही। क्योंकि वह जानता है कि ज्योतिष बहुत बड़ी घटना है। इतनी बड़ी घटना है कि आदमी बहुत झिझक कर ही वहां पैर रख सकता है। जब मैं ज्योतिष के संबंध में कुछ कह रहा हूं…
शांति की खोज | Hindi Osho Story About Search Of Peace
कथा है कि चीन के सम्राट ने बोधिधर्म से पूछाः ‘मेरा चित्त अशांत है, बेचैन है। मेरे भीतर निरंतर अशांति मची रहती है। मुझे थोड़ी शांति दें या मुझे कोई गुप्त मंत्र बताएं कि कैसे मैं आंतरिक मौन को उपलब्ध होऊं।’’ बोधिधर्म ने सम्राट से कहाः ‘आप सुबह ब्रह्यमुहुर्त में यहां आ जाएं, चार बजे सुबह आ जाएं। जब यहां कोई भी न हो, जब मैं यहां अपने झोपड़े में अकेला होऊं, तब आ जाएं।…
अचेतन में प्रवेश की विधि
जागते हुए नींद में प्रवेश कर स्वप्न पर अधिकार करने के दो अद्भुत प्रयोग – हमारे सपने का, हमारी गहरी नींद का अतिक्रमण कैसे हो सकता है? अतिक्रमण के संबंध में यह प्रश्न अर्थपूर्ण है, ‘क्या समझाने की कृपा करेंगे कि स्वप्न देखते हुए बोधपूर्ण होने के अन्य उपाय क्या हैं?’ मैं यहां और दो उपायों की चर्चा करूंगा। एक उपाय की चर्चा की थी, आज अन्य दो की करूंगा जो और भी आसान हैं।…
Top Posts & Pages
- अचेतन में प्रवेश की विधि
- OSHO ने SEX के बारे में ऐसी बातें बताई हैं, कोई भी गुरु ने कभी कहा नहीं था.
- पत्नी अपने पति को वेश्या के घर पहुंचा दे तो हम कहते है: ‘’यह है चरित्र, देखो क्या चरित्र है। OSHO
- श्वास ध्यान मे संबंध - ओशो
- संभोग: परमात्मा की सृजन-ऊर्जा— OSHO(भाग–2)
- वैराग्य नहीं , राग को गहरा करने की कला सीखना: ओशो
- भारतीय हस्तियाँ और ओशो Indian Celebrities & OSHO
- बुद्धत्व और कुछ नहीं बस इतना ही है कि हर चीज वैसी ही है जैसी होनी चाहिए। OSHO
- "Garrick Clothing and Garland Use in Sociology!" - Osho
- अवधान को बढ़ाना